CLOUD COMPUTING DEFINE IN HINDI – CLOUD COMPUTING क्या है?
Cloud Computing के बारे में हम हमेशा कही न कही पढते रहते हैं, Cloud Computing इस्तेमाल करके हम अपना काम काफी आसान बना सकते हैं। क्योकि इसके वजह से हमलोग कही भी रहकर अपने files को access कर सकते है। इससे आप सभी Documents, Files, photos, music etc. को Computer के साथ साथ internet पर भी save करके रख सकते है।
ये सारे files को हमलोग दो तरह से save करके रख सकते है- personal और shared. इसमें personal files को सिर्फ हमलोग खुद से access कर सकते है, जबकी Shared files को हम अपने दोस्तों और group में shared कर सकते है जिससे यह फायदा होता है कि यदि हम कोई Project पर काम कर रहे हो तो उसे अपने group में Easily Shared कर सकते हो। उसे अपनी सुविधानुसार देख सकते हो और उसे convert कर सकते हो।
Image of Cloud Computing in Hindi
एक और फायदा हमें यह मिलता है की हमारी files online और offline सेव कर सुरिक्षत रख सकते हैं। सबसे important बात ये है की अगर हमारा computer ख़राब हो जाये या hard drive ख़राब हो जाते है। तब उस हालत में हमलोग अगर अपने files को क्लाउड storage में रखा होगा तो, उसको कही भी साइबर कैफ़े या किसी दोस्त के computer से कही भी कभी भी access कर सकते है।
जिससे हमारा डाटा लूज़ भी नहीं होता और अपना काम काफी आसानी से हो सकता है।
CLOUD COMPUTING के कुछ EXAMPLES
इस आज के technology में हमलोग सभी cloud computing का इस्तेमाल करते है। तो मै आपलोगों को इसी में से use होने वाले कुछ example देने वाला हूँ।
Email – सबसे पहले हमारा mail आता है। जिसको की हमलोग डेली अपने लाइफ में use करते है। और ये सबसे अच्छा example है cloud computing के। इसको हमलोग कही से भी use कर पाते है। इसमें हमारा डाटा store करने की capacity भी मिलती है।
Youtube – इसका use भी आज के डेट में काफी होने लगा है। क्योकि इस पर डेली बहुत ज्यादा मात्रा में video अपलोड किये जाते है। जिसको हमलोग कही से भी बैठे हुए देख पाते है। और अच्छे अच्छे video का मजे ले पाते है।
Facebook – cloud computing का सबसे अच्छा example फेसबुक है। क्योकि यहाँ अरबो की संख्या में लोगो का डाटा आता है। जिसको access करने के लिए फेसबुक cloud computing का इस्तेमाल कर रहा है।
इसके अलावा और भी काफी प्लेटफार्म है जहा पर इस technology का use हो रहा है।जैसे की instagram, linkdin, quora इत्यादि।
USES OF CLOUD COMPUTING – CLOUD COMPUTING के USE
वैसे तो देखे तो हमलोग आज के डेट में काफी कुछ क्लाउड कंप्यूटिंग से रिलेटेड ही use कर रहे है। जिसमे डेली का mail हो गया। सोशल मीडिया हो गया। बड़े बड़े offices या सरकारी offices के server हो गए। ये सब में क्लाउड कंप्यूटिंग का ही use किया जा रहा है। अभी मै आपलोग को कुछ इसके uses के बारे में बताने वाला हूँ। जो की निम्नलिखित है:
Website hosting – आज के समय में जितने भी हम साईट को access करते है। वो सब क्लाउड कंप्यूटिंग कोऊ ही use करते है। तभी हमलोग कही से भी अपने साईट को access कर पाते है।
File storage – आज के समय में इसका use file को cloud पर store करने में भी किया जाता है। जैसे की Drop box, google drive इत्यादि। जिसके कारण हम इसको remotly access कर पाते है।
Backup and Recovery – काफी लोग है जो अपने कंपनी के डाटा का backup manully लेते है। जो की उतना कारगर नहीं है। लेकिन वही क्लाउड में बात करे तो हम अपने डाटा का backup cloud में ले सकते है। और जब चाहे इसको रिकवर भी आसानी से कर सकते है।
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Cloud database – आप सभी जानते है की किसी भी काम के लिए database काफी जरुरी होता है। जिसको मेंटेन करना काफी कठिन और महंगा होता है। वही अगर cloud की बात करे तो ये काफी अच्छा माना जाता है। cloud service provider काफी अच्छा service देते है साथ ही मेंटेनेंस भी देखते है database का।
Test and Development – कोई भी software या network का testing और development में क्लाउड कंप्यूटिंग का अच्छा role माना जाता है। क्योकि ये रेगुलर चेक करते रहता है की आपका सब सिस्टम ढंग से काम कर रहा है या नहीं।
CLOUD COMPUTING TYPES – CLOUD COMPUTING के TYPES
इसको मुख्यता तिन भागों में विभाजित किया है 1.Iaas, 2.PaaS, 3.SaaS
CLOUD COMPUTING TYPES
1. IaaS(Infrastructure as a service)
इस तरह के service में cloud computing से रिलेटेड power, storage और जितने भी control होते है सारा user के पास होते है। इसका सबसे ज्यादा use business purpose के लिए किया जाता है। vertual private network, router और firewall इसका सबसे बड़ा example है।
2. PaaS(Platform as a service)
इसके अंतर्गत user को सिर्फ एक प्लेटफार्म मिलता है। जिसके वजह से हम इसको पूरी तरह control नहीं कर पाते है। इसको control करने के लिए क्लाउड प्रोवाइडर की जरुरत पड़ती है। जैसे की gmail, yahoo, outlook इत्यादि।
3. SaaS(Software as a service)
इसको third party द्वारा मैनेज किया जाता है। जिसका use एक निश्चित काम करने के लिए किया जाता है। इसको ज्यादातर छोटे business में use किया जाता है। इसमें इसका यूजर इंटरफ़ेस क्लाइंट के तरफ से ही एक्सेस किया जाता है। जैसे की google docs, app engine इत्यादि।
CLOUD COMPUTING के फायदा
- हम सभी Documents और files को online या offline backup रख सकते है।
- अपने files को कही भी access कर सकते है।
- files को एक बार में बहुत जगह पर Share किया जा सकता है।
- computer खराब होने पर कही भी उस computer के डाटा को access किया जा सकता है।
- उस file को एक समय में बहुत devices में access कर सकते है जैसे computer, mobile, tab इत्यादी।
- cloud computing में कोई भी extra hardware की जरुरत नहीं पड़ती है।
- इसको use करना बहुत ही आसान है।
- files को online भी edit कर सकते है।
- इसमें files की size की कोई limitation नहीं होती है, जैसे की आपलोग जानते होंगे की जब हमलोग mail करते है तो उसमे सिर्फ 10MB तक के files को ही कही भी share किया जा सकता है। लेकिन इसमें आप कितनी भी बड़ी file को share कर सकते है।
- कहीं भी अपनी files को use किया जा सकता है।
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HOW TO WORK CLOUD COMPUTING IN HINDI – CLOUD COMPUTING कैसे काम करता है?
Physical server पर information और software स्टोर होता है जिसके द्वारा क्लाउड कम्प्यूटिंग work करता है। जिसपर server provider के द्वारा control किया जाता हैं।
क्लाउड कंप्यूटिंग कैसे काम करता है ये समझने के लिए, imagine करे कि क्लाउड मे दो part हैं – बैक एन्ड और फ्रंट एन्ड। फ्रंट एन्ड उसे बोलेंगे जिसे हम देख सकते हैं और उसके साथ Interact कर पाते हैं।
जब हम वेबमेल एक्सेस करते हैं, जैसे gmail तो वह क्लाउड के फ्रंट एन्ड part पर रन हो रहे सॉफ्टवेयर की वजह से possible हो पाता हैं। यह same बात फेसबूक, yahoo या gmail के लिए भी लागू होते हैं। बैक एन्ड मे हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का parts होता हैं जो की फ्रंट एन्ड क्या हो रहा है उसको देखने के लिए मदद करते हैं।
NAME OF WEBSITES THAT PROVIDE CLOUD STORAGE SERVICE
- Google Drive
- Microsoft Sky Drive
- Drop Box
ADVANTAGES OF CLOUD COMPUTING :
1) ACCESS FROM ANY PLACES:
Cloud Computing ऐसा technology है, जिसके इस्तेमाल हमलोग कभी भी कही भी बड़े ही आसानी के साथ कर सकते है। जैसे की आज के डेट में google drive use किया जाता है। हा इसमे एक बात important है वो ये की आपको access करने के लिए इन्टरनेट जरुर होना चाहिए।
cloud computing हमारे speed को बढाता है क्योकि इससे हमलोग कही भी रह कर अपने डाटा को access कर सकते है। Business के purpose से देखा जाये तो ये काफी खास है। क्योकि इससे आप कही भी बगैर डॉक्यूमेंट लिए जा सकते है। और जब जरुरत पड़े हम अपने उस डॉक्यूमेंट को अपने ऑफिस में या कही भी सबमिट कर सकते है।
2) EXTRA STORAGE:
पहले के टाइम में हमलोग अपने हार्ड Drive पर सीमित रहते थे। Cloud Computing से storage में growth हुआ है, जिससे अब हमें storage खत्म होने का डर नहीं रहा। अभी हमें Google Drive पर फ्री में 15GB तक storage देता है। जिसको को हम चाहे तो आगे भी बढ़ा सकते है। जिसमे हमें yearly paid करना होता है।
DISADVANTAGES OF CLOUD COMPUTING :
1) SECURITY:
जब हमलोग Cloud Computing इस्तेमाल करते है तो उस समय, हम अपने डेटा को किसी और company को जरिए use कर रहे होते हैं। इसका मतलब यह है कि, सर्वर को दुनिया में कई यूजर्स एक साथ एक्सेस कर रहे होते है, तो इसमें सुरक्षा को लेकर थोडा tension बना होता है। हालांकि कुछ सर्वर स्पैम फ़िल्टर, ईमेल एन्क्रिप्शन, और सुरक्षित HTTPS का उपयोग कर रहे हैं|
2) PRIVACY:
क्लाउड कंप्यूटिंग में देखा जाये तो थोडा प्राइवेसी कम है जिससे अनाधिकृत यूजर आपकी जानकारी को एक्सेस कर सकता है। यह होने से रोकने के लिए, क्लाउड कंप्यूटिंग सर्वीस पासवर्ड सुरक्षा देती हैं और डेटा encryption technology के साथ सुरक्षित सर्वर पर कार्य करते हैं।
3) INTERNET:
जबकि आजकल इंटरनेट का इस्तेमाल काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी यह हर जगह availabe नही है। अगर आप ऐसे जगह है, जहाँ इंटरनेट की सुविधा नहीं है, तो वहां आप क्लाउड सर्वीस को use नही कर सकते।
CONCLUSION
आज आपलोग ने देखा की Cloud Computing क्या होता है और ये कैसे काम करता है ? आपलोग ने cloud computing types के बारे में जाना। cloud computing के advantage और disadvantage के बारे में जाना। तो दोस्तों आज का टॉपिक कैसा लगा हमें जरुर comment करके बताये।
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